वसंत ऋतु सभी ऋतुओं में बहुत अच्छी होती है, क्योकिं जब यह ऋतू आती है, तो प्राकृतिक में चारो और रंग छा जाता है। आमतौर पर  6 प्रकार की ऋतुएँ होती है, लेकिन वसंत ऋतु इन सब में सबसे शानदार मौसम लेकर आती है। यह ऋतू सर्दी और गर्मी के बीच में आती है, लगभग फरवरी से मार्च के बीच के महीने में वसंत ऋतु के मौसम का होना स्पष्ट होता है।

वसंत के मौसम की जानकारी

इस मौसम में कई तरह के पक्षी देखने को मिलते है, इस मौसम में नीलकंठ भी देखने को मिलते है। आम के पेड़ो पर गौर आने लगता है, इसके अलावा और भी कई कई तरह के फूल इस मौसम में खिलने लगते है। यह मौसम कड़ाके की ठण्ड को दूर कर मौसम को सामान्य कर देता है। इस मौसम में पहाड़ो की बर्फ भी धीरे धीरे पिघलना शुरू हो जाती है।

जिस समय उत्तरी गोलार्ध (Northern Hemisphere) में वसंत ऋतु का मौसम आता है, उस समय दक्षिणी गोलार्ध (Southern Hemisphere) में शरद ऋतु का मौसम होता है। वसंत ऋतु मौसम में कई तरह के त्यौहार भी आते है। इस लेख में हम वसंत ऋतु कब आती आती है? वसंत ऋतु पर टिपण्णी (about Spring Season in Hindi) और इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में जानेगे। तो आइये सबसे पहले हम वसंत ऋतु के बारे में जानते है –

Also Read – आर्किड के फूल की हिंदी में जानकारी

वसंत ऋतु  क्या है ?

वसंत ऋतु क्या है ?

वसंत ऋतु  उत्तर भारत और इसके क़रीबी देशो की छह ऋतुओं में से एक है। वसंत ऋतु की शुरुआत वर्ष के अंत और प्रारम्भ से शुरू होती है, और यह शुक्ल पंचमी से शुरू होकर फागुन के आखिरी दिनों में खत्म हो जाता है। वसंत ऋतु के दौरान चारो और प्राकृतिक में रंग आ जाते है। मौसम सुहावना होने लगता है, और आम के पेड़ो पर बोर आना शुरू हो जाता है। खेतो में सरसो के ऊपर पीले फूल खिलने लगते है।

भारत का एक बड़ा त्यौहार होली भी इसी ऋतु में मनाया जाता है। इस मौसम में बहुत से मुख्य त्यौहार आते है, जिसके कारण वसंत ऋतु को ऋतुराज भी कहते है। बच्चे वसंत ऋतु के मौसम में पतंग उड़ाते है। लोग तालाबों ,पार्को आदि स्थानों पर घूमने के लिए जाते है। इस ऋतु में मौसम सुहावना होता है, ना ज्यादा गर्मी होती है, और ना ही ज्यादा ठण्ड होती है। पेड़ो पर नई पत्तियां आने लगती है।

वसंत ऋतु का मतलब “फूलों का गुच्छा” होता है, जिसकी  English मीनिंग  “A Bunch of Flowers” होता है। वसंत ऋतु सर्दियों और गर्मियों के मौसम के बिच का समय होता है, जब दुबारा से फूल और पेड़ – पौधे बढ़ने लगते है। पौराणिक कथाओं (Mythology) के अनुसार वसंत ऋतु को कामदेव का पुत्र माना गया है, जिसका वर्णन करते हुए कवि देव कहते है, की रूप और सौन्दर्य के देवता कामदेव के घर पुत्रोत्पत्ति का समाचार सुनते है।

वसंत के मौसम में में पूरी प्रकृति में एक लहर आ जाती है, और झूम उठती है साथ ही खुद को तरह तरह के रंगो से सजा लेती है। और कोयल गीत सुनाकर प्रकृति को बहलाती है, हवा पालना झुलाती है। वसंत ऋतु के बारे में भगवान् श्री कृष्ण ने गीता में कहा है, में सभी ऋतुओं में वसंत ऋतु हुं। वसंत ऋतु का मुख्य त्यौहार वसंत पंचमी है, और इसके अलावा इस ऋतु में होली, शिवरात्रि, जैसे कई बड़े त्यौहार हर्ष और उल्लास के साथ मनाये जाते है।

भारत में कितनी ऋतुएँ होती हैं ?

भारत की जलवायु साल में कई बार बदलती है। इस बदलते मौसम के आधार पर मौसम को अलग-अलग मौसमों में बांटा गया है। हालांकि ज्यादातर लोग गर्मी के मौसम, मानसून के मौसम और सर्दी के मौसम के बारे में जानते हैं। लेकिन इनके अलावा भी भारत में कई ऋतुएं होती हैं। और सभी ऋतुओं का अपना-अपना महत्व है। तो आइए जानते हैं भारत में कुल कितने ऋतुएँ होती  हैं-

भारत में मौसम के आधार पर मुख्य रूप से 6 प्रकार की ऋतुएँ होती है, जिनके नाम  कुछ इस  प्रकार है –

S.N. नाम (Hindi) नाम (English) माह (Month)
1 वसंत ऋतु Spring फरवरी – मार्च
2 ग्रीष्म ऋतु Summer अप्रैल – जून
3 वर्षा ऋतु Monsoon जुलाई – मध्य सितम्बर
4 शरद ऋतु Autumn सितम्बर – नवम्बर
5 हेमंत ऋतु Winter मध्य अक्टूबर – दिसम्बर
6 शिशिर ऋतु Pre-winter दिसम्बर – जनवरी

वसंत ऋतु की विशेषताएं (Characteristics of Spring Season)

वसंत ऋतु की विशेषताएं (Characteristics of Spring Season)

  • वसंत ऋतु सर्दियों और गर्मियों के मौसम के बिच का समय होता है, इस दौरान ठण्ड कम हो जाती है, और मौसम बहुत सुहावना होता है।
  • वसंत ऋतु के दौरान सभी पेड़ो पर नये पत्ते आना शुरू हो जाते है, चारो और प्राकृतिक में नये नये रंग खिलने लगते है।
  • वसंत ऋतु में सभी पशु – पक्षियों, और जीव जंतुओं का आलस दूर हो जाता है, और एक स्वस्थ ऊर्जा का एहसास होता है।
  • वातावरण पूरी तरह से साफ़ हो जाता है, ठंडी और ताज़ी हवाएं चलती है।
  • कुछ फसल पक कर तैयार हो जाती है, जिनका इंतजार किसान बहुत समय से कर रहे होते है।
  • वसंत ऋतु के आने से शरीर स्वास्थ्य और अच्छा हो जाता है, और मानसिक तनाव दूर होता है, एक सकारत्मक ऊर्जा देखने को मिलती है।
  • इस ऋतु के दौरान दिन और रात एक सामान होते है, ना तो ज्यादा सर्दी होती है, और ना ही ज्यादा गर्मी होती है।

वसंत ऋतु का महत्त्व (Importance of Spring Season )

सभी ऋतुओं का अपना एक अलग महत्त्व होता है। ठीक उसी तरह से वसंत ऋतु का भी अपना एक अलग महत्त्व है। वसंत ऋतु अपने सुहावने मौसम के साथ साथ त्योहारों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। इस मौसम में शीत ऋतु जाने के बाद प्रक्रति खुद को सवारने लगती है। जिन पेड़ो पर पतझड़ में पत्ते झाड़ जाते है, उन पर नए पत्ते आना शुरू हो जाते है, जिससे की ठंडी हवाएं और अच्छी ऑक्सीजन मिलने लगती है। यह मौसम सभी तरह की फसलों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।

क्योकिं शीत ऋतु में सभी पेड़ पौधे और फसलों का विकास रुक जाता है, लेकिन वसंत ऋतु के आते ही तापमान थोड़ा बढ़ने लगता है, और खेतो में उगाई गयी फसल पकने लगती है। वसंत ऋतु मनुष्य के साथ साथ पशु – पक्षियों और अन्य जीवो के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। वसंत के दौरान फूल खिलना शुरू हो जाते है, जिससे मधुमक्खियों द्वारा उनका परागण होना शुरू हो जाता है। इससे और भी अच्छी पैदावार होती है। इस मौसम में रात और दिन समान होती है।

वसंत ऋतु पर १० पंक्तियाँ (10 Lines On Spring Season)

  1. वसंत वर्ष का वह समय होता है जिसका सभी को तीन लंबे महीनों की सर्दियों के बाद इंतजार होता है।
  2. वसंत में चमकीले रंग के फूलों, हरे पेड़ों और चहकते पक्षियों के साथ रंग की शुरुआत होती है।
  3. भारत में वसंत फरवरी में होता है और अप्रैल के मध्य तक रहता है।
  4. यह भारतीयों में मस्ती और उत्साह जगाता है क्योंकि यह संक्रांति, होली, नवरात्रि आदि जैसे त्योहारों का मार्ग प्रशस्त करता है।
  5. वसंत किसानों के लिए एक आवश्यक मौसम है क्योंकि यह नई उगाई गई फसलों और फलों की कटाई की अवधि है।
  6. इस मौसम के दौरान आसमान खुशनुमा हवा के साथ उज्ज्वल और ताज़ा दिखता है।
  7. इस मौसम में फूल खिलते हैं और वातावरण में सुगंध की खुशियां बिखेरते हैं।
  8. प्रकृति फूलों, और खेतों, और चारों ओर हरियाली के साथ खिलती है।
  9. हर उम्र के लोग इस मौसम को सैर, मौज-मस्ती आदि के साथ संजोते हैं।
  10. वसंत का मौसम सकारात्मक ऊर्जा से घिरा होता है और आत्मविश्वास को बढ़ाता है जिससे रचनात्मकता बढ़ती है।

Also Read – ग्रहों के नाम हिंदी और इंग्लिश में

FAQs

वसंत ऋतु पर १० पंक्तियाँ (10 Lines On Spring Season)

1.     वसंत ऋतु में उगाई जाने वाली प्रमुख सब्जियां कौन सी हैं?

वसंत ऋतु कई विटामिन युक्त सब्जियों जैसे शतावरी, केल और मटर के लिए एक प्रमुख समय है।

2.     भारत में बसंत ऋतु की शुरुआत कब होती है?

भारत में, वसंत की शुरुआत फरवरी, मार्च और अप्रैल के मध्य तक होती है।

3.     वसंत ऋतु क्यों आवश्यक है?

वसंत एक आवश्यक मौसम है क्योंकि यह भारत में सभी किसानों के लिए अपनी पकी हुई फसलों को इकट्ठा करने के लिए कटाई के समय के आगमन का प्रतीक है।

4.     वसंत ऋतु के वास्तविक महीने कौन से हैं?

भारत में वसन्त ऋतु मार्च, अप्रैल और मई के महीने में आती है। यह सर्दियों के तीन महीनों के लम्बे समय के बाद आती है, जिसमें लोगों को सर्दी और ठंड से राहत मिलती है।

5.      वसंत क्या अर्थ होता है?

वसंत संज्ञा पुं० [सं० वसन्त] [वि० वासंत, वासंतक, वासतिक, वसंती] १. वर्ष की छह ऋतुओं में से प्रधान और प्रथम ऋतु जिसके अंतर्गत चैत और बैसाख के महीने माने गए है । नई पत्ती लगने और बहुत से फूल फूलने की सुंदर ऋतु । बहार का मौसम |