आज के समय में वर्जिन (Virgin) शब्द का प्रयोग उस व्यक्ति के लिए किया जाता है, जिसने अभी तक सेक्स (Sex) न किया हो। यानी अगर आपने अभी तक अपनी जिंदगी में सेक्स नहीं किया तो आप अभी वर्जिन कहलाओगे। मगर इसके और भी कई मतलब होते है, जोकि सभी को पता होना चाहिए।
अगर आप वर्जिन का पूरा मतलब जानना चाहते है, तो इस लेख को पूरा पढ़े। इस लेख में वर्जिन शब्द के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी। इसे पूरा पढ़कर आप जरूर हैरान होंगे और आपको कुछ न कुछ नयी जानकारी भी जरूर प्राप्त होगी।
वर्जिन शब्द का हिंदी अनुवाद ( Hindi Meaning of Virgin )
वर्जिन शब्द को हिंदी में कुंवारा कहते है, मगर यह पूरी तरह से सही नहीं है। कियोकि कुंवारे का मतलब होता है, जिसकी शादी न हुई हो। कुंवारे को अंग्रेजी में बैचलर (Bachelor) कहा जाता है। मगर भारत की सभ्यता के अनुसार शादी से पहले सेक्स करना गलत माना जाता है। तो एक हद तक आप कुंवारे की तुलना वर्जिन से भी कर सकते हो। मगर इसके बावजूद भी कई भारतीय लोग लोग शादी से पहले सेक्स करते है तो हम उन्हें वर्जिन नहीं कह सकते, मगर उन्हें कुंवारा जरूर कह सकते है। तो सही मायने में हम यह कह सकते है की वर्जिन शब्द के लिए हिंदी भाषा में कोई पर्याप्त शब्द नहीं है। मगर आप इसका अर्थ तो समझ ही सकते है।
वर्जिन का अर्थ है, ऐसा व्यक्ति जिसने सेक्स न किया हो। जब तक कोई भी व्यक्ति स्त्री या पुरुष किसी अन्य व्यक्ति के साथ सेक्स न कर ले तब तक वह वर्जिन कहलाते है। जब कोई स्त्री या पुरुष पहली बार सेक्स कर ले तो वह वर्जिन नहीं रहते और उनकी विर्जिनिटी खो जाती है। विर्जिनिटी खोना या विर्जिनिटी लूस (Loose) करना क्या होता है। अगर आप यह जानना चाहते है तो इसके बारे में नीचे विस्तार में पढ़ सकते है।
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विर्जिनिटी का क्या मतलब होता है?(What is the Meaning Virginity )
विर्जिनिटी वर्जिन होने की ही अवस्था को कहा जाता है। यानी अगर अपने कभी सेक्स नहीं किया तो आपके पास आपकी विर्जिनिटी है या आप वर्जिन हो। और अगर आपने एक भी बार सेक्स किया है तो आप वर्जिन नहीं रहोगे और आपकी विर्जिनिटी खो जाएगी या लूस हो जाएगी। और एक बार विर्जिनिटी खोने के बाद आप कभी दोबारा वर्जिन नहीं बन सकते। विर्जिनिटी कोई चीज नहीं होती जो की भूल से खो जाए । यह केवल एक विचार या दर्जे की तरह है जो सेक्स करने से पहले तक आपको मिला है मगर जब आप सेक्स कर लेते है तो यह विर्जिनिटी दर्जा आपसे ले लिया जाता है।
विर्जिनिटी स्त्री और पुरुष दोनों ही खो सकते है। मगर इसका प्रभाव पुरुषो से ज्यादा स्त्रीयों में होता है।
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स्त्री और पुरुष की विर्जिनिटी ( Virginity in Male and Female )
वैसे तो विर्जिनिटी सिर्फ एक कहने मात्र ही चीज है जिसका कोई बाड़ा प्रभाव नहीं होता। जिससे की आप किसी भी स्त्री या पुरुष को देख के यह बता सको की वह वर्जिन है या नहीं। अगर कोई भी व्यक्ति जो अपनी विर्जिनिटी को खो चूका है वह खुद से यह न बताये की वह वर्जिन नहीं है तो आप इस बात का पता उसे देख कर नहीं लगा सकते। पुरुषो में तो इसका कोई भी प्रभाव उसके तन पर नहीं दिखाई देता। मगर स्त्रीयो पर इसका थोड़ा प्रभाव देखा जा सकता है।
स्त्रीयो पर इसके दो प्रभाव देखे जा सकते है, एक सामाजिक प्रभाव और एक शारीरिक प्रभाव
- ऐसे तो बिना जानकारी के पुरुष हो या स्त्री आप केवल देख के उनमे फर्क नहीं कर सकते की वह वर्जिन है या नहीं। मगर आज के समय में कई लोग शादी से पहले यह जानना चाहते है की उनकी पत्नी वर्जिन है या नहीं जिसके लिए वो विर्जिनिटी टेस्ट करते है। इस टेस्ट में ये देखा जाता है की स्त्री के योनि में हाइमन (hymen) ठीक है या नहीं। हैमेन एक पतली मॉस की झिली होती है जोजो योनि के बाहरी भाग में होती है और अक्सर सेक्स करने से फैल जाती है। इससे खून भी आ सकता है और थोड़ा दर्द भी होता है जो आपको डॉक्टर को दिखा देना चाहिए।
लोग यही मानते है की यह सिर्फ सेक्स करने से ही होता है लेकिन इसके कई कारण हो सकते है अक्सर कई स्त्रीयो में हैमेन पहले से ही खुला होता है और कभी-कभी न के बराबर होता है।
ऐसे भी हो सकता है की यह स्पोर्ट्स (sports), साइकिलिंग (cycling) और कुछ योनि में डालने से भी फैल सकता है जैसे टैम्पोन (tampon), फिंगर (finger), और सेक्स टॉय (sex toy)। - पुरुषो के मुकाबले लोग स्त्रीयो की विर्जिनिटी को ज्यादा महत्व देते है अगर कोई पुरुष शादी से पहले सेक्स करता है। तो उस बात पर कोई जयादा महत्व नहीं देता लेकिन अगर कोई स्त्री शादी से पहले सेक्स कर ले और किसी तरह यह बात समाज में फैल जाये तो लोग उस स्त्री को हीन भावना से देखते है और उस से दूरी बनाने लगते है।
वर्जिन शब्द के अन्य अर्थ ( Other meanings of virgin )
वर्जिन शब्द का शुरुआत में सेक्स से कोई संबंध नहीं था। इसकी शुरुआत सन 1200 में हुई और इस शब्द का प्रयोग शुद्ध और पवित्र के लिए किया जाता था। आज के समय में भी इसका मतलब केवल सेक्स से संबंधित नहीं होता। इस शब्द का प्रयोग शुद्ध, पवित्र, नवीन, और अछूत जैसे शब्दो के लिए भी किया जाता है
तो आप फिर कभी इस शब्द को सुने तो यह जरूर जान ले की यह किस संदर्भ में प्रयोग किया जा रहा है। तभी आप इसका सही अनुमान लगा सकते है। की इसका उस परिस्थिति में क्या अर्थ होगा।
अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQ)
प्रश्न 1 – क्या वर्जिनिटी चेक करना संभव है?
नहीं ऐसा संभव नहीं है यह निजी जानकारी केवल वही 2 लोग बता सकते है जिनके बीच संबंध है।
प्रश्न 2 – क्या कोई पुरुष जान सकता है कि महिला कुंवारी है या नहीं?
यह जानने का एक ही तरीका है की वह महिला खुद यह बताये। और किसी भी तरीके या टेस्ट (test) से यह पता नहीं लगाया जा सकता।
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प्रश्न 3 – टू-फिंगर टेस्ट (Two-finger test) क्या होता है ?
टू-फिंगर टेस्ट यह पता लगाने के लिए किया जाता है की कोई महिला सेक्सुअली एक्टिव (sexualy active) है या नहीं। इसमें महिला के योनि में दो ऊँगली डाल के देखा जाता है अगर ऊँगली आसानी से चली जाये तो उस महिला को सेक्सुअली एक्टिव माना जाता है। हलाकि यह पूरी तरह से सफल नहीं है।
प्रश्न 4 – वर्जिनिटी रिपेयर (Repair) क्या है?
वर्जिनिटी रिपेयर एक सर्जरी (surgery) होती है जिसमे योनि की त्वचा को ठीक किया जाता है जिस से हाइमन टूटी हुई नहीं लगती। इस सर्जरी को हाइमेनोप्लास्टी (hymenoplasty) कहा जाता है।
प्रश्न 5 – वर्जिनिटी खोने की सही उम्र क्या है?
वर्जिनिटी खोने की कम से कम उम्र 15 साल है। 15 साल तक आपके शरीर में सेक्सुअल फीलिंग्स (sexual feelings) विकसित हो जाती है। बाकि विर्जिनिटी खोने की सही उम्र सबके लिए सामान नहीं हो सकती बेहतर यही होगा की आप तभी विर्जिनिटी खोये जब आप सेक्सुअली और दिमागी दोनों तरह से परिपक्व हो।
भारत में बालिक होने की कानूनी तौर पर सही उम्र 18 साल है। जिसके बाद आप अपनी जिंदगी के सभी फैसले खुद सोच-समझ कर ले सकते है।
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