राजस्थान सरकार ने 2025-2026 के बजट में पुष्कर को क्लीन-ग्रीन इको सिटी के रूप में विकसित करने का ऐलान किया है। वित्त मंत्री दीया कुमारी ने बताया कि इस प्रस्ताव के तहत राज्य के 16 शहरों को आगामी तीन वर्षों में 900 करोड़ रुपये के बजट से इको सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। इन शहरों में पुष्कर, किशनगढ़, बूंदी, नाथद्वारा, खाटू श्याम जी, माउंट आबू, बालोतरा, भरतपुर, बीकानेर, सवाई माधोपुर, अलवर, जोधपुर, जैसलमेर, भिवाड़ी, भीलवाड़ा और मंडावा शामिल हैं।
क्लीन-ग्रीन इको सिटी पहल के मुख्य बिंदु
सोलर दीदी कैडर की स्थापना
- 25,000 महिलाओं को सौर ऊर्जा से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- इन्हें सोलर दीदी के रूप में समुदाय में योगदान देने का अवसर मिलेगा।
ग्रीन चैलेंज फंड
- पर्यावरणीय परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड़ रुपये का ग्रीन चैलेंज फंड स्थापित किया जाएगा।
वेस्ट टू वेल्थ पार्क
- कचरे के पुनर्चक्रण और पुनः उपयोग को बढ़ावा देने के लिए वेस्ट टू वेल्थ पार्क बनाए जाएंगे।
बर्तन बैंक की स्थापना
- प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए ग्राम पंचायतों में स्टील के बर्तनों के बैंक स्थापित किए जाएंगे।
- प्रत्येक पंचायत को 1 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे।
राजस्थान ग्रीन क्रेडिट योजना
- कार्बन क्रेडिट की तर्ज पर यह योजना लागू की जाएगी।
- इससे नगर निकायों और उद्योगों को पर्यावरण संरक्षण में योगदान के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
हरित अरावली योजना
- अरावली पर्वतमाला के संरक्षण के लिए 250 करोड़ रुपये की योजना लागू होगी।
- इसमें वृक्षारोपण और चेक डैम्स का निर्माण शामिल होगा।
पुष्कर के लिए विशेष योजनाएं
पुष्कर, जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, को क्लीन-ग्रीन इको सिटी के रूप में विकसित करने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। इस पहल के माध्यम से शहर में स्वच्छता, हरित क्षेत्र और सतत विकास को प्राथमिकता दी जाएगी।