अरेंज्ड मैरिज के लिए टिप्स: अरेन्ज मैरिज में पार्टनर के साथ खुशाल जीवन जाने के लिय कुछ बातो का खाश ख्याल रखना जरुरी है कुछ रूल्स के साथ ऐसे शादी को कामयाब बनाया जा सकता है।
अरेंज्ड मैरिज को सक्सेसफुल बनाने के लिए फॉलो करें ये ‘गोल्डन रूल्स‘, देखने वाले भी कहेंगे कपल हो तो ऐसा!
अरेंज मैरिज में नाम के अनुसार इसमें पार्टनर समेत सब कुछ पहले से ही अरेंज्ड होता है– जैसे औरत घर की जिम्मेदारियां निभाएगी और आदमी सारे बड़े फैसले और नौकरी करेगा। इस तरह की शादियां सदियों से हिन्दू समेत कई धर्म में होती आ रही है। खास बात तो यह है कि इस तरह की शादियों का सक्सेस रेट भी इसके इतिहास जितना ही जबरदस्त रहा है। लेकिन जब आप इस तरह की शादियों में बंधे दो लोगों के बीच के रिश्ते को करीब से देखते हैं, तो समझ आता है कि पति–पत्नी का रिश्ता बहुत नाजुक होता है। ऐसे में ज्यादातर शादियां कभी टूटती तो नहीं है, लेकिन इसे हैप्पी मैरिज भी नहीं कहा जा सकता है।
यही कारण है कि नयी जनरेशन अरेंज मैरिज के कॉन्सेप्ट को पसंद नहीं करती है, और लव मैरिज में विश्वास करती है। क्योंकि इसमें आप अपने आत्मसम्मान को मारे बिना अपने पार्टनर के साथ बराबरी के रिश्ते में होते हैं। या यूं कहें कि आपको पहले से ही पता होता है कि आपको अपने पार्टनर के साथ जीवन में आने वाली चुनौतियों को कैसे हैंडल करना है। हालांकि यह दोनों तरह की शादियां में खुशहाल जीवन बिताने के लिए बहुत सूझबूझ की जरूरत होती है। इसलिए आपको बिल्कुल दुखी होने की जरूरत नहीं अगर आपकी अरेंज मैरिज हो रही है। यहां बताए रूल्स के साथ आप आसानी से अपनी शादी को कामयाब और खुशियों से भर सकते हैं। और अपने पार्टनर के साथ पूरी ज़िंदगी खुशाली के साथ बिता सकते है |
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शादी से पहले एक –दूसरे को अच्छी तरह से समझ ले
यदि आपकी अरेंज मैरिज हो रही है, तो शादी से पहले ही एक-दूसरे को अच्छे तरह से समझ लेना बहुत जरूरी होता है। एक साथ ज़िंदगी बीताने के लिए अपने पार्टनर को समझ बहुत जरुरी है जिससे शादी के बाद कई तरह के मतभेद और झगड़ों से बचा जा सकता है। साथ ही शादी के बाद आप आसानी से अपने पार्टनर के पसंद-नापसंद के साथ एडजस्ट होने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहते हैं, जो हैप्पी मैरिड लाइफ के लिए बहुत जरूरी है।
जजमेंट होकर बात न करे :अरेंज मैरिज बिल्कुल अनजान व्यक्ति के साथ जीवन बिताने का एक बड़ा फैसला होता है। जिसे आप अपने घर वालों पर भरोसा करके लेते हैं। ऐसे में इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है, कि आप अपने पार्टनर को उसके पास्ट या उसके सवालों के आधार पर जज न करें। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आप अपने पार्टनर के साथ कभी भी गहरा रिश्ता नहीं बना पाएगें।
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पार्टनर से खुलकर करें दिल की सभी बाते; शादी से पहले ही पार्टनर को अपनी सारी चिंता और आशंकाओं को खुलकर बोल देना फायदेमंद होता है। साथ ही जरूरी है पार्टनर के सभी सवालों पर खुलकर अपनी सोच को व्यक्त करना। इससे आप अलग-अलग सोच के साथ भी रिश्ते में संतुलन बना पाते हैं। जिसे आप अपने पार्टनर को अच्छे से समझा सकते है उसकी छोटी छोटी खुशिया के बारे में जान सकते है।
प्यार से पहले करें दोस्ती ; वास्तव में तो हैप्पी मैरिड लाइफ के लिए पहले दोस्ती, फिर प्यार और उसके बाद शादी करके जीवन भर साथ रहने का फैसला करना अच्छा होता है। लेकिन यदि आप पहले शादी के बंधन में बंध गए हैं, तो भी अपने रिश्ते में खुश रह सकते हैं। बस आपको प्यार के लिए कदम बढ़ाने से पहले एक-दूसरे का दोस्त बनने की कोशिश करना है। ताकि आप एक दुसरो की छोटी छोटी खुसियों का खाश ख्याल रखा सके , आप अपने पार्टनर के सब से अच्छे दोस्त हो , मानिए यदि आप अपने पार्टनर के दोस्त बन गए तो आपका रिश्ता बिना किसी अड़चन के 100 साल पूरे कर सकता है।
पार्टनर के साथ सभी कायो में सलाह करके लें हर फैसला
अरेंज मैरिज की सबसे बड़ी खराबी है कि इसमें दोनों पार्टनर एक–दूसरे को ओवरपावर करने की कोशिश करते हैं। यही कारण है कि ज्यादातर घरों में पति का फैसला आखिरी होता है। इस तरह की व्यवस्था में आदमियों को तो कोई दिक्कत महसूस नहीं होती है। लेकिन महिलाओं को कई बार अपना मन मारकर जीना पड़ता है। जिसे उन के मन में गलत विचार उत्पन होने लगते है और आपस गलत फैमी होने ने लगती है ऐसे में जरूरी है कुछ भी फैसला लेने से पहले अपने पार्टनर से सलाह लें। इससे उनके मन में आपके लिए रिस्पेक्ट भी बढ़ेगी और खुद के लिए आत्मसम्मान भी, जो स्ट्रांग बॉन्डिंग के लिए जरूरी है।
गलती करने पर जल्द से जल्द करें एक्सेप्ट ; पति-पत्नी के रिश्ते में अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि वे अपनी गलती का टोकरा पार्टनर पर फोड़ देते हैं। यहीं से आपके रिश्ते में तनाव और कड़वाहट का आना शुरू हो जाता है। आपको यह समझना होगा कि अगर आपसे कोई गलती हुई है तो उसे झट से मानकर बात को वहीं खत्म करना आपको लड़ाई-झगड़ों से बचाता है। जिन जोड़ों के बीच बहस थोड़ी कम होती है, वे ज्यादातर खुश दिखाई देते हैं। यही कारण है कि लोग सॉरी जैसे छोटे शब्द को बोलने में हिचकिचाहट नहीं महसूस करते। हालांकि जिनमें ईगो प्रॉब्लम होती है, वह अपने पार्टनर के सामने गलती नहीं मानते और अपनी शादीशुदा जिंदगी को बर्बाद करते चले जाते हैं।
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