बेहतर फिटनेस के लिए फिजिकल एक्टिविटी को बेहद जरूरी माना जाता है। शोध बताते हैं कि नियमित शारीरिक गतिविधि आपके मोटापे, मधुमेह, हृदय रोग और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम कर सकती है। गतिहीन जीवन शैली का अर्थ है लगातार बैठने या आराम से जीवन जीने की आदत ने समय के साथ लोगों को बीमार बना दिया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है, सभी लोगों को अपने स्तर पर फिजिकल एक्टिविटी पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अगर आप गठिया, कमजोरी के कारण ज्यादा मेहनत करने की स्थिति में नहीं हैं तो रोजाना टहलें और अगर आप स्वस्थ हैं तो दौड़ को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।
कई स्टडी तो यहां तक कह चुकी हैं कि दौड़ने की आदत से उम्र बढ़ती है। किए गए एक शोध में विशेषज्ञों ने पाया कि गतिहीन जीवन शैली वाले लोगों की तुलना में रोजाना दौड़ने वाले लोगों में सभी स्वास्थ्य कारणों से होने वाली मृत्यु दर में लगभग 25 से 30 प्रतिशत की कमी आई है। आइए जानते हैं दौड़ने की आदत को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से आपको किस तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं?
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों की बहुत आवश्यकता होती है। बीमारियों को शरीर से दूर रखना चाहते हैं और मोटापा, डायबिटीज, दिल से जुड़ी बीमारियों को दूर करने के लिए दौड़ना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। वहीं अगर गठिया, हड्डियों से जुड़ी अन्य समस्याएं रहती हैं तो मॉर्निंग वॉक भी आपके लिए बेहतर है। रोजाना दौड़ना जहां उम्र बढ़ाने में मदद करता है वहीं दिनचर्या को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।
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रोजाना दौड़ने की आदत बनाएं
शोध से पता चलता है कि रोजाना दौड़ने की आदत दिल की बीमारियों के खतरे को कई गुना कम कर सकती है। कुछ अध्ययन यह भी कहते हैं कि अगर आप हफ्ते में 4.5 घंटे भी रनिंग करते हैं तो आपको इसके सेहत पर कई सकारात्मक फायदे देखने को मिल सकते हैं। दौड़ना एक उच्च प्रभाव वाला व्यायाम है, धीरे-धीरे इसकी आदत डालें और समय के साथ गति और अवधि दोनों बढ़ाएँ।
हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है
अगर आप रोजाना दौड़ लगाते हैं तो इससे दिल की बीमारी का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। अपनी दिनचर्या से 10 मिनट निकालकर दौड़ने की कोशिश करें, यह रक्त परिसंचरण में सुधार करने में भी मदद करता है। यह दिल की सेहत को रोजाना दौड़ने से ज्यादा सक्रिय बनाता है। अगर आप सुबह दौड़ने नहीं जा सकते तो शाम को भी जा सकते हैं।
उत्पादकता में सुधार करता है
यदि आप अपनी उत्पादकता में सुधार करना चाहते हैं, तो आपको रोजाना लगभग 10 मिनट तक टहलना चाहिए। क्योंकि रोजाना दौड़ने से न केवल मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। साथ ही यह आपको पूरे दिन ऊर्जावान भी रखता है, जिससे आप अपनी उत्पादकता में सुधार ला सकते हैं।
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मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है
यदि आप रोजाना दौड़ने जाते हैं तो यह आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, रोजाना दौड़ने से आत्म-मूल्य और उपलब्धि की भावना पैदा होती है, वहीं यह मस्तिष्क के स्वास्थ्य को मजबूत करता है और कई गंभीर मानसिक रोगों के जोखिम को कम करता है।
कई स्वास्थ्य जोखिमों को कम करता है
रोजाना दौड़ने से आपकी सेहत को कई फायदे हो सकते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि रोजाना केवल 5 से 10 मिनट की मध्यम गति से दौड़ना आपको कई जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं से बचा सकता है।
- दिल का दौरा या स्ट्रोक की परेशानी से राहत मिलती है।
- हृदय रोग का खतरा कम होता है।
- कैंसर होने का खतरा कम होता है।
- अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसे न्यूरोलॉजिकल रोगों की रोकथाम में मददगार।
जोड़ों से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है
अगर आप जोड़ों के दर्द को दूर करना चाहते हैं या हड्डियों को मजबूत रखना चाहते हैं तो दौड़ना आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है, रोजाना दौड़ने से वजन कंट्रोल में रहता है, जिससे हड्डियों से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। काफी हद तक कम कर देता है। अगर आप हड्डियों को मजबूत रखना चाहते हैं और जोड़ों के दर्द से निजात पाना चाहते हैं तो रोजाना दौड़ना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल आम जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी भी दवा या उपचार का विकल्प नहीं होना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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