पेट हेगसेथ ने हाल ही में घोषणा की कि फोर्ट मूर का नाम बदलकर फोर्ट बेनिंग किया जाएगा। यह बदलाव अमेरिकी सैन्य प्रतिष्ठानों में संघीयता से जुड़े नामों को हटाने और ऐसे नाम रखने की व्यापक पहल का हिस्सा है जो समावेशिता और विविधता के मूल्यों को दर्शाते हैं। इस फैसले ने भारी ध्यान आकर्षित किया है और यह सैन्य इतिहास, जातीय न्याय और सेना के बदलते दृष्टिकोण पर चर्चाएँ पैदा कर रहा है।
फोर्ट मूर का नाम क्यों बदला जा रहा है?
फोर्ट मूर का नाम बदलकर फोर्ट बेनिंग करने का निर्णय अमेरिकी सेना के पूरे देश में सैन्य ठिकानों के नामों की फिर से समीक्षा करने के प्रयासों का हिस्सा है। इन ठिकानों में से अधिकांश का नाम पहले संघीय नेताओं पर रखा गया था, और उनके नामों को हटाने का प्रयास अमेरिका के सैन्य इतिहास में जातीय मेल-मिलाप और न्याय के लिए एक बड़ा कदम है।
फोर्ट मूर का नाम बदलने के चार मुख्य कारण:
- ऐतिहासिक अन्याय को संबोधित करना: फोर्ट मूर का नाम बदलने से अमेरिकी सेना को उन संघीय जनरलों से खुद को अलग करने का मौका मिलता है, जिन्होंने दासता और जातीय उत्पीड़न में भाग लिया।
- विविधता के प्रति प्रतिबद्धता: यह नाम बदलने की पहल सेना की उस निरंतर प्रतिबद्धता का हिस्सा है जो सभी सेवा सदस्यों के लिए एक अधिक समावेशी और विविध वातावरण सुनिश्चित करती है।
- जनता का दबाव: विरोध प्रदर्शनों और सामाजिक न्याय पर नए सिरे से जोर देने के बाद, इन ठिकानों के नामों को आधुनिक अमेरिकी मूल्यों को दर्शाने के लिए बदलने का समर्थन बढ़ा है।
पेट हेगसेथ की भूमिका
पेट हेगसेथ, जो सैन्य और राजनीतिक हलकों में एक प्रभावशाली आवाज़ माने जाते हैं, उन्होंने उन सैन्य ठिकानों के नाम बदलने के लिए मुखर समर्थन किया है जो संघीयता से जुड़े हुए थे। उनकी पहल ने इस मुद्दे को सार्वजनिक रूप से प्रमुख बनाने में मदद की, खासकर जब यह फोर्ट मूर के नाम बदलने की बात आती है।
सैन्य सुधारों में हेगसेथ का योगदान:
- नामों को बदलने के समर्थन में: हेगसेथ ने यह तर्क प्रस्तुत किया कि अमेरिकी सैन्य ठिकानों को उन लोगों को सम्मानित करना चाहिए जिन्होंने अमेरिकी इतिहास में सकारात्मक योगदान दिया, न कि उत्पीड़न की विरासत को बढ़ावा देना चाहिए।
- सैन्य संस्थानों में सुधार को बढ़ावा देना: राष्ट्रीय संवाद को बढ़ावा देकर, हेगसेथ और उनके सहयोगियों ने अमेरिकी सेना के सुधारों को इस तरह से रूपांतरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे वे राज्य की संगत भाषा बोल सकें।
फोर्ट बेनिंग का नाम और विरासत
फोर्ट बेनिंग का नया नाम सैन्य प्रशिक्षण और वीरता की एक बड़ी विरासत लेकर आता है। फोर्ट बेनिंग, जॉर्जिया में स्थित, ऐतिहासिक रूप से अमेरिकी सैनिकों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण स्थल रहा है। इसका नया नाम सैन्य इतिहास के एक अलग अध्याय को सम्मानित करने के लिए रखा गया है, जो सेवा और बलिदान पर केंद्रित है, न कि असहमति पर।
फोर्ट बेनिंग की विरासत, संक्षेप में:
- एक प्रसिद्ध स्कूल: फोर्ट बेनिंग अमेरिकी सेना के इन्फैंट्री स्कूल का घर है, और यह दशकों से सैनिकों को युद्ध के लिए प्रशिक्षण देता रहा है।
- सकारात्मक ऐतिहासिक योगदान: अपने पुराने नाम के विपरीत, फोर्ट बेनिंग का सैन्य इतिहास उपलब्धियों और हर पृष्ठभूमि के सैनिकों की विरासत से भरा हुआ है।
- एक उज्जवल भविष्य: इसका नाम फोर्ट बेनिंग बदलने से सेना की बदलती सिद्धांतों के अनुरूप एक अधिक प्रबुद्ध इतिहास को सम्मानित करने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है।
सैन्य ठिकानों के नाम बदलने की बड़ी पहल
फोर्ट मूर अन्य सैन्य ठिकानों में से एक है जिसे नाम बदलने का सामना करना पड़ रहा है। सामाजिक न्याय के लिए देशभर में हुए आह्वान के जवाब में, अमेरिकी सेना ने संघीय नेताओं से जुड़े सैन्य ठिकानों के नाम हटाने का संकल्प लिया है। यह कदम पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है और सेना के विविधता को अपनाने की व्यापक मिशन का भी हिस्सा है।
अन्य ठिकानों के नाम बदलने की प्रक्रिया:
- फोर्ट ब्रैग: इस ठिकाने का नाम भी संघीय जनरल ब्रैक्टन ब्रैग के नाम पर रखा गया था, और यह नाम बदलने की प्रक्रिया में पहले से ही शामिल है।
- फोर्ट हूड: एक अन्य ठिकाना जो एक संघीय नेता के नाम पर था, इसका नाम भी सेना की कोशिशों के तहत बदला जाएगा।
- फोर्ट रकर: फोर्ट रकर, जो एक संघीय अधिकारी के नाम पर था, भी नए नीति के तहत नाम बदलने की प्रक्रिया में है।
इन ठिकानों के नाम बदलने से यह प्रतीत होता है कि सेना अपने संस्थानों को इस तरह से बदल रही है ताकि ये सभी व्यक्तियों के लिए समानता और सम्मान के मूल्य को दर्शाएं।
प्रश्न और उत्तर (Q&A)
Q: फोर्ट मूर का नाम क्यों बदला जा रहा है?
A: यह अमेरिकी सेना की कोशिश का हिस्सा है ताकि सैन्य ठिकानों से संघीय प्रतीकों को हटाया जा सके और उन लोगों के नाम रखे जाएं जिन्होंने अमेरिका के विविध सैन्य इतिहास में सकारात्मक योगदान दिया।
Q: पेट हेगसेथ कौन थे और उन्होंने इस नाम बदलने में क्या भूमिका निभाई?
A: पेट हेगसेथ एक राजनीतिक टिप्पणीकार और सैन्य सुधारक हैं। उन्होंने फोर्ट मूर जैसे ठिकानों के नाम बदलने का समर्थन किया ताकि सैन्य स्थल समकालीन अमेरिकी मूल्यों जैसे विविधता और समावेशन के अनुरूप हों।
Q: फोर्ट बेनिंग प्रतीकात्मक रूप से क्या दर्शाता है?
A: फोर्ट बेनिंग एक ऐतिहासिक अमेरिकी सेना का ठिकाना है, जहां इन्फैंट्री सैनिकों को सेवा करने के लिए तैयार किया जाता है। यह संघीय जुड़ाव से बाहर जाने और उन व्यक्तियों को सम्मानित करने का प्रयास है जिन्होंने अमेरिकी सैन्य इतिहास में सकारात्मक प्रभाव डाला।
Q: इस पहल में और कौन-कौन से ठिकाने नाम बदल रहे हैं?
A: इसके अलावा, फोर्ट ब्रैग, फोर्ट हूड और फोर्ट रकर जैसे ठिकानों के नाम भी इस पहल के तहत बदल रहे हैं, ताकि अमेरिकी सैन्य प्रतिष्ठानों से संघीयता से जुड़े नाम हटाए जा सकें।
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“हम एक सैन्य के रूप में बदलते और विकसित होते रहते हैं, और फोर्ट मूर का नाम बदलकर फोर्ट बेनिंग करना इस देश की सैन्य सेवा में एक ऐतिहासिक घटना है जो यह सुनिश्चित करता है कि हमारी विविधता और समावेशन सेना में हर जगह परिलक्षित हो।” अब तक नाम बदलने की प्रक्रिया के बारे में आप क्या सोचते हैं? आपको लगता है कि यह सैन्य संस्कृति में आगे चलकर और सुधारों का मार्ग प्रशस्त करेगा?
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