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महा कुंभ की भीड़ में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़, 18 की मौत

15 फरवरी 2025 की शाम एक भयानक हादसे में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 14 महिलाएं और एक 7 वर्षीय बच्चा शामिल था। यह घटना रात 8:00 बजे (स्थानीय समय) पर हुई, जब हजारों श्रद्धालु महा कुंभ मेले के लिए प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे।


भगदड़ की घटनाओं का क्रम

भीड़भाड़ और ओवरक्राउडिंग

रेलवे स्टेशन पर पहले से ही यात्रियों की भारी भीड़ थी क्योंकि कई देर से आई ट्रेनों और महा कुंभ मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से स्थिति बिगड़ गई।

प्लेटफॉर्म को लेकर असमंजस

यात्रियों को ट्रेनों के प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणाओं के कारण भ्रम हुआ। खासतौर पर ‘प्रयागराज एक्सप्रेस’ और ‘प्रयागराज स्पेशल’ नाम की दो ट्रेनों के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर आने से हड़कंप मच गया, जिससे लोगों में घबराहट और अफरातफरी फैल गई।

फुटओवर ब्रिज पर भगदड़

जब यात्री प्लेटफॉर्म 14 और 15 को जोड़ने वाले फुटओवर ब्रिज से उतरने लगे, तो कुछ यात्री फिसलकर गिर गए। इससे डोमिनो इफेक्ट हुआ और स्थिति बेकाबू भगदड़ में बदल गई।


तत्काल प्रतिक्रिया और प्रशासनिक कार्रवाई

मृतक और घायलों की स्थिति

इस हादसे में 18 लोगों की मौत की पुष्टि हुई, जबकि दर्जनों यात्री गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें तत्काल लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सरकारी प्रतिक्रियाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की और मृतकों के परिवारों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस घटना की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है, जो इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए सिफारिशें पेश करेगी।

सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दाखिल

इस दुर्घटना के बाद, सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है, जिसमें भीड़ नियंत्रण के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित करने की मांग की गई है। विशेष रूप से महा कुंभ जैसे बड़े आयोजनों के दौरान रेलवे स्टेशनों पर बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए अदालत से निर्देश मांगे गए हैं।


व्यापक प्रभाव और जरूरी सुधार

यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना भारतीय रेलवे के भीड़ नियंत्रण प्रबंधन की कमियों को उजागर करती है। इस तरह की हादसे धार्मिक आयोजनों के दौरान अक्सर देखने को मिलते हैं, जो इस बात का संकेत हैं कि जन सुरक्षा के लिए संरचनात्मक सुधारों की आवश्यकता है


बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1: 15 फरवरी 2025 को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ क्यों हुई?

यह हादसा महा कुंभ मेले के कारण अत्यधिक भीड़, ट्रेनों के प्लेटफॉर्म में बदलाव से हुई भ्रम की स्थिति और फुटओवर ब्रिज पर यात्रियों के फिसलने के कारण हुआ।

Q2: भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाई है, जो भीड़ नियंत्रण की बेहतर रणनीतियों पर सुझाव देगी। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट में एक PIL दायर की गई है, जिसमें भीड़ प्रबंधन के लिए विशेषज्ञ समिति के गठन की मांग की गई है।

Q3: हादसे के बाद रेलवे स्टेशन पर क्या तत्काल कदम उठाए गए?

इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने:

  • रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की संख्या बढ़ाई
  • स्टेशन पर निरंतर घोषणाएं कराई ताकि यात्रियों में कोई भ्रम न हो।
  • भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू किए

इस तरह की यात्राएं, विशेष रूप से बड़े धार्मिक आयोजनों के दौरान, सरकारी एजेंसियों, रेलवे प्रशासन और यात्रियों के संयुक्त प्रयास से ही सुरक्षित बनाई जा सकती हैं। हम आपके सुझाव और विचार जानना चाहेंगे—कृपया नीचे कमेंट में साझा करें

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